सर्वोच्च न्यायालय और आईआईटी मद्रास के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति डॉ. डी.वाई. चंद्रचूड़ के नेतृत्व में भारत का सर्वोच्च न्यायालय न्याय तक पहुंच बढ़ाने के लिए अपनी प्रक्रिया को स्वचालित, उपयोगकर्ता के अनुकूल और नागरिक केंद्रित बनाने के लिए तकनीकी सुधार कर रहा है। इस वर्ष जुलाई में भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश की आईआईटी मद्रास की यात्रा के बाद आज आईआईटी मद्रास और भारत के सर्वोच्च न्यायालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
भारत का सर्वोच्च न्यायालय और आईआईटी मद्रास लिप्यंतरण उपकरण, पेज लिप्यंतरण का सारांश, अनुवाद उपकरण, न्यायालय विचारणों के लिए विशेष स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म, प्रक्रिया स्वचालन और कानूनी डोमेन के लिए बड़ी भाषाओं के मॉडल के लिए एआई और उभरती प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने पर सहयोग करेंगे। यह सहयोग क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण में एआई उपकरणों का लाभ उठाने, ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म और आईसीटी कौशल विकास पाठ्यक्रम बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा, जो कानूनी क्षेत्र की दक्षता, पहुंच और क्षमता निर्माण को बढ़ाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और प्रौद्योगिकी को शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण छलांग है। समझौता ज्ञापन का उद्देश्य भारतीय न्यायपालिका के डिजिटल परिवर्तन को सुविधाजनक बनाना है, इसे न्याय तक पहुंच में सुधार के लिए अधिक कुशल और तकनीकी रूप से उन्नत कानूनी पारिस्थितिकी तंत्र की दृष्टि से संरेखित करना है।