न्यायमूर्ति केएन सैकिया

श्री केएन सैकिया, का जन्म 1 मार्च, 1926 को असम के शिवसागर जिले के सिमलुगुरी भरलुआ गाँव में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा नाज़िरा हाई स्कूल में। 1947 में जेबी कॉलेज, जोरहाट से वाणिज्य में प्रथम श्रेणी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1949 में कलकत्ता विश्वविद्यालय की एमए (वाणिज्य) परीक्षा में प्रथम श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 1950 में गौहाटी विश्वविद्यालय में वाणिज्य (शाम की कक्षाएं) में व्याख्याता के रूप में नियुक्त हुए। एलएलबी उत्तीर्ण की। 1954 में गौहाटी विश्वविद्यालय की परीक्षा में प्रथम श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 18.4.1955 को गौहाटी उच्च न्यायालय के वकील के रूप में नामांकित। परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, उन्हें 1956 में प्रमाणित सचिवों के निगम, लंदन के एसोसिएट सदस्य के रूप में भर्ती किया गया। 1957 में वाणिज्य (शाम की कक्षाओं) में रीडर के रूप में पदोन्नत किया गया। एलएलएम उत्तीर्ण किया। गौहाटी विश्वविद्यालय की परीक्षा 1959। 1964 में गौहाटी विश्वविद्यालय के वाणिज्य के प्रोफेसर। 14.12.1966 को डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय (शाम की कक्षाएं) में कानून के प्रोफेसर के रूप में शामिल हुए और अदालत में उपस्थित होने की अनुमति दी गई। 1969 में इस्तीफा दे दिया और गौहाटी उच्च न्यायालय में पूर्णकालिक अभ्यास के लिए समर्पित हो गए। दीवानी, फौजदारी, राजस्व एवं संवैधानिक मुकदमे किये। एलएलएम में कानून के अंशकालिक प्रोफेसर के रूप में नियुक्त। 1976 में गौहाटी विश्वविद्यालय की कक्षाएं। 1978 में उन्हें असम भूमि सुधार आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया। वाणिज्य एवं कानून पर अनेक पुस्तकें प्रकाशित। 12.2.1979 को गौहाटी उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। 20.12.1986 से 1.3.1988 तक गौहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे (20.12.1986 से 13.6.1987 तक कार्यरत)। 14 दिसंबर, 1988 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए। 28.2.1991 को सेवानिवृत्त हुए। श्री केएन सैकिया, सी-9/9790, वसंत कुंज नई दिल्ली-110 070. फोन 26121835, 26123004