माननीय श्री न्यायमूर्ति डी.ए.देसाई

माननीय न्यायमूर्ति देसाई, धीरजलाल अंबेलाल, बी.ए., एल.एल.बी., — जन्म, 9 मई, 1920। जमनाबाई, सार्वजनिक मिडिल स्कूल, देहेन; टी एंड टी.वी. सार्वजनिक हाई स्कूल, सूरत; एम.टी.बी. कॉलेज, सूरत, और सार्वजनिक लॉ कॉलेज, सूरत में शिक्षा प्राप्त की। अक्टूबर, 1945 में उच्च न्यायालय, बॉम्बे एक अधिवक्ता के रूप में नामांकित हुये। 1960 में गुजरात उच्च न्यायालय के अधिवक्ता के रूप में नामांकित हुये। सूरत में उन्हें सिविल, आपराधिक, किरायेदारी, भूमि राजस्व, श्रम और औद्योगिक न्यायालय, केंद्रीय उत्पाद शुल्क के मामलों पर काम किया। सहायक न्यायाधीश और सहायक सत्र न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुये और 11.5.1960 को कार्यभार संभाला। 4 नवंबर, 1961 को बड़ौदा के ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत और नियुक्त किए गए। उन्हें 19 फ़रवरी, 1968 (पूर्वाह्न) से एक वर्ष की अवधि के लिए गुजरात उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। 19.2.1969 से दो वर्ष के लिए पुनः नियुक्त किया गया। और 25.2.1970 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किए गए। गुजरात सरकार द्वारा स्थापित न्यायिक सुधार समिति, 1971 के सदस्य थे। 1972 में श्रम कानून समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए गए। गुजरात राज्य, प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों और विश्वविद्यालय के गैर-शिक्षण कर्मचारियों, 1973 के कर्मचारियों के वेतनमान और सेवा शर्तों के पुनर्गठन और संशोधन के लिए एक व्यक्ति वेतन आयोग के रूप में नियुक्त किए गए। उपाध्यक्ष, राज्य कानूनी सहायता समिति और अध्यक्ष उच्च न्यायालय कानूनी सहायता समिति, 1973। 30 सितंबर, 1977 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुये। 9.5.1985 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं।