न्यायाधीशों की संपत्ति
भारत के सर्वोच्च न्यायालय के ‘फुल् कोर्ट’ ने निर्णय लिया था कि सभी न्यायाधीश, पद संभालने पर और कोई महत्वपूर्ण प्रकृति का अधिग्रहण करने पर, अपनी संपत्ति की घोषणा मुख्य न्यायाधीश को करनी चाहिए। इसमें भारत के मुख्य न्यायाधीश की घोषणा भी शामिल होगी। सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाइट पर संपत्ति की घोषणा स्वैच्छिक आधार पर होगी।
सर्वोच्च न्यायालय के निम्नलिखित न्यायाधीशों ने अपनी संपत्ति की घोषणा की है:
- न्यायमूर्ति संजीव खन्ना
- न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई
- न्यायमूर्ति सूर्यकान्त
- न्यायमूर्ति अभय.एस. ओका
- न्यायमूर्ति विक्रम नाथ
- न्यायमूर्ति जे.के. माहेश्वरी
- न्यायमूर्ति बी.वी. नागरत्ना
- न्यायमूर्ति एम.एम. सुंदरेश
- न्यायमूर्ति बेला एम. त्रिवेदी
- न्यायमूर्ति पमिदिघनतम श्री नरसिम्हा
- न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया
- न्यायमूर्ति श्री जे.बी. पर्दीवाला
- न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता
- न्यायमूर्ति पंकज मिथल
- न्यायमूर्ति संजय करोल
- न्यायमूर्ति संजय कुमार
- न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह
- न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा
- न्यायमूर्ति राजेश बिंदल
- न्यायमूर्ति अरविंद कुमार
- न्यायमूर्ति के.वी. विश्वनाथन
- न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुयान
- न्यायमूर्ति सरसा वेंकटनारायण भट्टी
- न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा
- न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह
- न्यायमूर्ति संदीप मेहता
- न्यायमूर्ति प्रसन्न भालचंद्र वराले
- न्यायमूर्ति प्रसन्न भालचंद्र वराले
- न्यायमूर्ति आर महादेवन
- न्यायमूर्ति मनमोहन