बंद करे

    न्यायमूर्ति चोकलिंगम नागप्पन

    155_cnagappan

    न्यायमूर्ति सी. नागप्पन करूर के रहने वाले हैं। उनका जन्म 4 अक्टूबर 1951 को हुआ था और उनकी स्कूली शिक्षा करूर में हुई थी। उन्होंने अपना प्री-यूनिवर्सिटी कोर्स सेंट जोसेफ कॉलेज, त्रिची से किया और पूरा किया। मदुरा कॉलेज, मदुरै से रसायन विज्ञान में बी.एससी की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने मद्रास लॉ कॉलेज में क़ानूनी पाठ्यक्रम की पढ़ाई की और अप्रैल, 1974 में अंतिम विश्वविद्यालय परीक्षा में तीसरी रैंक हासिल की। उन्होंने 1977 में आपराधिक कानून में एम.एल. पाठ्यक्रम किया और प्रथम रैंक हासिल की। उन्होंने भारत के पूर्व महाधिवक्ता श्री के. परासरन के अधीन कनिष्ठ अधिवक्ता के रूप में अभ्यास किया। वह 7 वर्षों तक मद्रास लॉ कॉलेज में अंशकालिक प्रोफेसर रहे। उन्हें 1987 में सीधे जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में भर्ती किया गया और उन्होंने कुड्डालोर, सलेम और कोयंबटूर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप में काम किया। इसके बाद, उन्होंने मद्रास उच्च न्यायालय के सतर्कता प्रकोष्ठ में विशेष अधिकारी के रूप में काम किया। उन्हें 27.9.2000 को मद्रास उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और 20.09.2002 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। इसके बाद उन्हें उड़ीसा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और 27.02.2013 को शपथ दिलाई गई। उन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और 19.09.2013 को शपथ दिलाई गई। 03 अक्टूबर 2016 को सेवानिवृत्त हुये।